हर कोई यही सोचता है मेरे बाहर जाने से क्या होगा हर कोई यही सोचता है मेरे बाहर जाने से क्या होगा
मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में
उसकी दुआ और प्यार में दम है लाख गुना ज्यादा इससे। उसकी दुआ और प्यार में दम है लाख गुना ज्यादा इससे।
शाम ढ़लते ही दिए जलते हैं, आग लगती है सीने में, कदम पड़ते हैं मयखाने में। जाम तो हम शाम ढ़लते ही दिए जलते हैं, आग लगती है सीने में, कदम पड़ते हैं मयखाने में। ...
इस संसार की नींव है औरत में, अर्धविराम है औरत के बिना ये संसार । इस संसार की नींव है औरत में, अर्धविराम है औरत के बिना ये संसार ।
मैंने दिल के हर कोने में सिर्फ़ उसका नाम लिखा है, मैंने दिल के हर कोने में सिर्फ़ उसका नाम लिखा है,